श्री कृष्ण आरती

Shri Krishna Aarti

Shri Krishna Aarti

श्री कृष्ण आरती

श्री कृष्ण आरती (अंग्रेजी)

!! आरती युगल खिशोर की कीजे,
राधे तन मन धन नोचावर कीजे !!

!! रवि शशि कोटि बदन की शोभा,
ताहि निरख मेरो मन लोभा !!

!! गौर, श्याम मुख निरखत रीझे,
प्रभु को रूप नये भर पीजे !!

!! कंचन थार कपूर की बाटी,
हरि आये निर्मल भई चाटी !!

!! फूलन की सेज फूलन की माला,
रतन सिंहासन बैठे नन्दलाला !!

!! मोर मुकुट कर मुरली सोहे,
कुंज बिहारी गिरिवरधारी !!

!! अद्धा नील पीत पाट श्री,
कुंज बिहारी गिरवरधारी !!

!! श्री पुरुषोत्तम गिरिवर धारी,
आरती करत स्कल बृज नारी !!

!! नन्दनन्दन वृषभानु खिशोरी,
परमानन्द स्वामी अविचल जोरी ll


श्री कृष्ण आरती (हिंदी)

!! आरती दो किशोरों की जय,
राधे तन मन धन न्यौछावर कीजै !!

!! रवि शशि कोटि बदन की शोभा,
ताहि निरख मेरो मन लोभा !!

!! गौर, श्याम मुख निरखत रीझै,
प्रभु को रूप नय भर पीजै !!

!! कंचन थार कपूर की बाती,
हरि आये निर्मल भई छाती !!

!! फूलन की सेज फूलन की माला,
रत्न सिंहासन बने नन्दलाला !!

!! मोर मुकुट कर मुरली सोहे,
कुंज बिहारी गिरिवर धारी !!

!! अर्धनील पीत पट सरि,
कुंज बिहारी गिरिवर धारी !!

!! श्री पुरुषोत्तम गिरिवर धारी,
आरति करत सकल ब्रज नारी !!

!! नन्दनन्दन वृषभानु किशोरी,
परमानन्द स्वामी अविचल जोरी !!

पीडीएफ हिंदी में डाउनलोड करें
Download PDF in Hindi
पीडीएफ अंग्रेजी में डाउनलोड करें
Download PDF in English

एक टिप्पणी छोड़ें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा। आवश्यक फ़ील्ड * से चिह्नित हैं

कृपया ध्यान दें, टिप्पणियों को प्रकाशित करने से पहले अनुमोदित किया जाना आवश्यक है