कैसे पहनें?
पदमपुराण के अनुसार इसे सबसे पहले पंचगय (गाय का गोबर, गोमूत्र, गाय का दूध, गाय का दही, गाय का घी) से धोना चाहिए और फिर पंचामृत (गाय का दूध, गाय का दही, गाय का घी, शहद और चीनी) से धोना चाहिए और फिर इसे पहनने के लिए तैयार करना चाहिए। फिर इसे पहनते समय प्राण प्रतिष्ठा मंत्र का जाप करना चाहिए।
पान प्रतिष्ठा मंत्र
“ॐ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिं पुष्टि वर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनात् मृत्योर्मुक्तये माम्रतत्”
“ओम हौं अधोरे घोरे हू घोरत्रे हू”
“ॐ ह्रीं श्री सर्वत सवद्ग नमस्ते रूद्र रोपे हूम”
रुद्राक्ष को ग्रहों के अनुसार और सोमवार को धारण करना चाहिए।