“2024 के लिए निशुल्क कुंभ वार्षिक राशिफल ”
इस वर्ष शनि कुंभ राशि के लग्न में तथा राहु मीन राशि के दूसरे भाव में रहेगा। वर्ष की शुरुआत में बृहस्पति मेष राशि के तीसरे भाव में रहेगा तथा 01 मई को वृषभ राशि के चौथे भाव में गोचर करेगा। मंगल अपनी सामान्य गति से गोचर करेगा। शुक्र 29 अप्रैल से 28 जून तक अस्त रहेगा।
पेशा
इस वर्ष, व्यवसाय या सेवा में किसी भी प्रकार के जोखिम वाले निर्णय से बचें। वर्ष की शुरुआत कार्य और व्यवसाय के मामले में काफी हद तक फलदायी रहेगी। सप्तम भाव पर बृहस्पति और शनि के संयुक्त दृष्टि प्रभाव के कारण आपको व्यवसाय से अच्छा लाभ होगा। आपको उच्च अधिकारियों, वरिष्ठ और अनुभवी व्यक्तियों से सहयोग प्राप्त होगा, जिससे आप अपने व्यवसाय में कुछ अलग कर सकेंगे। यदि आप साझेदारी में कोई व्यवसाय कर रहे हैं तो उसमें आपको वांछित लाभ और मुनाफा मिलेगा। आप अपने साथी से संतुष्ट रहेंगे।
अप्रैल के बाद नौकरीपेशा लोगों को पदोन्नति और मनचाही जगह पर तबादला मिल सकता है। बृहस्पति के गोचर के बाद आपके कार्यक्षेत्र में कुछ छिपे हुए शत्रु सक्रिय हो सकते हैं। वे आपके कार्यक्षेत्र में कुछ रुकावटें और परेशानियाँ खड़ी करेंगे। लेकिन अपने आत्मविश्वास और कार्यकुशलता के बल पर आप इन समस्याओं का समाधान पा लेंगे।
धन, संपत्ति
वर्ष की शुरुआत आर्थिक दृष्टिकोण से लगभग अनुकूल रहेगी। लेकिन किसी भी तरह के जोखिम वाले फैसले लेने में जल्दबाजी न करें। वर्ष की शुरुआत में ग्यारहवें भाव पर बृहस्पति की दृष्टि से आय का निरंतर प्रवाह बना रहेगा। लेकिन बारहवें भाव में स्थित राहु आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूत और स्थिर बनाने में बाधा उत्पन्न करेगा। अचानक, अप्रत्याशित खर्चे आएंगे जो आपके बजट के संतुलन को बिगाड़ देंगे।
अप्रैल के बाद बृहस्पति आठवें भाव में गोचर करेगा। उस समय आपको भूमि, भवन और वाहन आदि से सुख-सुविधाएं मिल सकती हैं। आठवें भाव पर बृहस्पति का दृष्टि प्रभाव पैतृक संपत्ति में वृद्धि का प्रबल संकेत देता है। ससुराल पक्ष से धन प्राप्ति या सौभाग्य की प्राप्ति।
घर, परिवार और समाज
वर्ष की शुरुआत सामाजिक दृष्टिकोण से अनुकूल रहेगी। तीसरे भाव में बृहस्पति पर शनि की दृष्टि के कारण आपकी कार्यकुशलता और कार्यकुशलता में वृद्धि होगी। आप सामाजिक गतिविधियों में उत्सुकता और उत्साह से भाग लेंगे तथा समाज कल्याण और उत्थान के लिए कार्यक्रम भी पूरे करेंगे। इससे आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा और भी अधिक बढ़ जाएगी।
अप्रैल से बृहस्पति के चतुर्थ भाव में गोचर के कारण आपका पारिवारिक वातावरण अनुकूल रहेगा। आपका पारिवारिक वातावरण अनुकूल रहेगा। माता-पिता सहित परिवार के सभी सदस्यों का सहयोग आपको प्राप्त होगा। ससुराल पक्ष से संबंध मधुर रहेंगे।
बच्चे
यह वर्ष बच्चों के लिए औसत रहेगा। वर्ष की शुरुआत में आपके बच्चे अपनी मेहनत के बल पर सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ेंगे। वे अपनी मानसिक क्षमताओं के बल पर अपने लक्ष्य और उद्देश्य को प्राप्त करेंगे।
यह वर्ष आपके दूसरे बच्चे के लिए बहुत शुभ है। यदि वह आपके दूसरे बच्चे के लिए इच्छुक है। यदि उसका दाखिला किसी उच्च स्तरीय शैक्षणिक संस्थान में होने वाला है। यदि आपका दूसरा बच्चा विवाह योग्य आयु का है, तो उसके विवाह की व्यवस्था करें।
स्वास्थ्य
स्वास्थ्य की दृष्टि से यह वर्ष अनुकूल नहीं रहेगा। लग्न में स्थित शनि आपके स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनाए रखेगा। सामाजिक गतिविधियों में अधिक व्यस्त रहने के कारण आप अपने स्वास्थ्य के प्रति चिंतित नहीं रहेंगे। भोजन करने की नियमितता और समय का पालन भी नहीं कर पाएंगे। परिणामस्वरूप आपका स्वास्थ्य तेजी से बिगड़ सकता है।
अनुशासित जीवनशैली अपनाएँ और संतुलित आहार लें। लापरवाही बिलकुल न बरतें। खुद पर बहुत ज़्यादा दबाव न डालें और किसी भी आर्थिक समस्या को लेकर चिंता न करें, अन्यथा यह आपके दिमाग को अनावश्यक रूप से परेशान और बेचैन कर देगा। सुबह-सुबह टहलना या व्यायाम करना फ़ायदेमंद रहेगा।
कैरियर और प्रतियोगिता
प्रतियोगी परीक्षा की दृष्टि से यह वर्ष औसत रहेगा क्योंकि सफलता पाने के लिए आपको अथक प्रयास करने होंगे। विद्यार्थियों का पढ़ाई के प्रति अधिक रुझान रहेगा।
सुस्त रवैया सफलता पाने में एक बड़ी बाधा साबित हो सकता है। जिन जातकों को अभी तक अपना नाम या पे-रोल नहीं मिला है, उन्हें कुछ और समय तक इंतजार करना होगा।
यात्रा एवं स्थानांतरण
वर्ष की शुरुआत में तीसरे भाव में बृहस्पति के गोचरीय प्रभाव के कारण लंबी यात्राओं के साथ-साथ छोटी और महत्वहीन यात्राएं भी होंगी।
अप्रैल के बाद अपने पैतृक स्थान से दूर रहने वाले जातक अपने जन्म स्थान की यात्रा कर सकते हैं। बारहवें भाव पर बृहस्पति की दृष्टि आपके लिए विदेश यात्रा का मार्ग प्रशस्त करेगी।
धार्मिक कार्य और ग्रहों की शांति
वर्ष की शुरुआत में बृहस्पति की दृष्टि नवम भाव पर होने के कारण आप ईश्वर की पूजा-अर्चना में गहरी रुचि लेंगे। आप प्रतिदिन नियमित पूजा-पाठ भी करेंगे। बृहस्पति के गोचर के बाद आप मंत्र और तंत्र में अधिक विश्वास कर सकते हैं। चतुर्थ भाव में बृहस्पति के प्रभाव के कारण आप पारिवारिक जीवन में शांति, सुख-समृद्धि और सामंजस्य के लिए पूजा-पाठ या हवन आदि करेंगे।
- प्रतिदिन सूर्य को जल अर्पित करें।
- शनिवार को काली वस्तुएं दान में दें।
- बुधवार के दिन गणेश जी को दूर्वा अर्पित करें और निम्न मंत्र “ॐ गं गणपतये नमः” का जाप करें।
2024 के लिए निशुल्क कुंभ वार्षिक राशिफल ज्योतिष यहाँ समाप्त होता है।