अन्नपूर्णा देवी आरती
अन्नपूर्णा देवी आरती (अंग्रेजी)
!! बाराम्बर प्रणाम मैया बाराम्बर प्रणाम,
जो नहीं ध्यावे तुम्हे अम्बिके, कहाँ उसे विश्राम !!
!! अन्नपूर्णा देवी नाम तिहारो, लेत होत सब काम,
प्रले युगान्तर और जन्मान्तर, कालान्तर तक नाम !!
!! सुर असुरो की रचना करती, कहा कृष्ण कहा राम,
छुमाहे चरण, चतुर चतुरानन, चारु चक्रधर श्याम !!
!! चन्द्र चूर, चन्द्रनन चाकर, शोभा लक्खी लालाम,
देवी देव दयानिये दशा में, दया दया तब नामा !!
!! त्राहि-त्राहि शरणागत वत्सल, शरण रूप तव धाम,
श्री ह्रीं श्रद्धा श्री एँन विधीया, श्री क्लीं कमला काम,
कांतिभन्तिमै कांति, शान्त मेवर देतु निष्काम !!
अन्नपूर्णा देवी आरती (हिंदी)
!! बारम्बर प्रणाम मैया.. बारम्बर प्रणाम,
जो नहीं ध्यावे तुझ अम्बिके, कहा उसे विश्राम !!
!! अन्नपूर्णा देवी नाम तिहारो..लेत होत सब काम,
प्रलय युगान्तर और जन्मान्तर, कालान्तर तक का नाम !!
!! सुर असुरों की रचना करती.. कहाँ कृष्ण कहं राम,
चुमाहि चरण चतुर चतुराणान, चारु चक्रधर श्याम !!
!! चन्द्रचूड़ चन्द्रानन चक्र..शोभा लखही ललाम,
देवी देव दयानीय दशा में, दया दया तब नाम !!
!! त्राहि त्राहि शरणागतवत्सल.. शरणरूप तव धाम,
श्री ह्रीं श्रद्धा श्री ऐं, विद्या क्लीं कमला काम,
!! कांति भ्रांतिमयी कांति, शांतिमयीवर दे तू निष्काम !!